Sunday, April 13, 2014


13 APRIL 2014 UPLOAD
सुन्दरतम स्त्रियां ,प्रतियोगी
विभिन्न प्रकार से शरीर प्रदर्शन करती हुयी
डिस्कवरी या लोकसभा चेनेल मत देखो
इनका रूप प्रदर्शन देखो,इनका सम्मान करो,
सौंदर्य का जगमगाता लोक ,अच्छा तो लगता ही है !
बुरा क्या है?अगर बुरा होता तो कानून या समाज रोकता
अगर स्त्री को वस्तु माना जाता तो बुराई थी
ये तो उसके गुण का सम्मान है
सुन्दर लगना पाप है क्या ?
सुन्दर दिखना पाप है क्या ?
सुंदरता देखना पाप है क्या ?
वो प्रदर्शित करती है ,न देखो तो पाप है
वो सुन्दर है ,ये न मनो तो पाप है
जो पापी नहीं है ,वो देखते हैं
नहीं देखेंगे तो नरक के भागी बनेगे
पूर्ण पवित्र भावना से देखते है
इन महान सौंदर्य की देवियों को
वस्त्र क्या है,कम हो ज़्यादा हो
निगाह पवित्र रखना चाहिए अगर संभव हो,
सुन्दर वस्त्र हो तो उनका फैशन देखो
वस्त्र कम हो तो इश्वर का दिया तन देखो
आखिर इश्वर की दी हर भेंट सम्मान का पत्र जो है !
इन सुन्दर ,अप्सराओ को सब देखते है
तालियां बजाते है ,फिर अपने को
संस्कृति के ठेकेदार बता कर बुरा भला कहते है
ये दोहरे मानदंड वाले ,ये छुप के देखने वाले !

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