२९ मार्च २०१४ आज की कविता \
डॉ प्रमोद कुमार दीक्षित -----------------------------आखिर कहा जाये दोस्ती लिए वो?
दोस्त अगर धनवान हो तो
पैसे की यारी !
दोस्त अगर लड़की हो तो
गर्ल फ्रेंड होगी !
दोस्त अगर सुंदर हो तो
खूबसूरती की यारी,
दोस्त अगर सुंदर न हो तो
यही मिली थी ?
दोस्त अगर लड़के हो तो
लफंगो की सेना
दोस्त अगर अपने से बड़े हों तो
मतलबी इंसान
दोस्त अगर ज़यादा योग्य हों तो
टूशन ले रहा हे मुफ्त में
दोस्त कम योग्य हो तो
टूशन दे रहा पागल मुफ्त में !
दोस्ती न करो तो खडूस इंसान
ज़यादा दोस्त हों तो पार्टी एनिमल !
इसलिए दोस्तों ! जो मर्ज़ी आये करो
पर दोस्ती उस से करो
जिसके लिए दिल गवाही दे
जाति, धर्मं,लिंग ,जन्मस्थान न देखो
उम्र, आर्थिक स्थिति ,शिक्षा न देखो
बस दिल देखो ,जो कहे उसको कहने दो
दोस्त को दिल में रहने दो /....
डॉ प्रमोद कुमार दीक्षित -----------------------------आखिर कहा जाये दोस्ती लिए वो?
दोस्त अगर धनवान हो तो
पैसे की यारी !
दोस्त अगर लड़की हो तो
गर्ल फ्रेंड होगी !
दोस्त अगर सुंदर हो तो
खूबसूरती की यारी,
दोस्त अगर सुंदर न हो तो
यही मिली थी ?
दोस्त अगर लड़के हो तो
लफंगो की सेना
दोस्त अगर अपने से बड़े हों तो
मतलबी इंसान
दोस्त अगर ज़यादा योग्य हों तो
टूशन ले रहा हे मुफ्त में
दोस्त कम योग्य हो तो
टूशन दे रहा पागल मुफ्त में !
दोस्ती न करो तो खडूस इंसान
ज़यादा दोस्त हों तो पार्टी एनिमल !
इसलिए दोस्तों ! जो मर्ज़ी आये करो
पर दोस्ती उस से करो
जिसके लिए दिल गवाही दे
जाति, धर्मं,लिंग ,जन्मस्थान न देखो
उम्र, आर्थिक स्थिति ,शिक्षा न देखो
बस दिल देखो ,जो कहे उसको कहने दो
दोस्त को दिल में रहने दो /....
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